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धार्मिक आयोजनों में महिलाओं की भागीदारी समाज में संस्कार, संवेदना और एकजुटता को मजबूत करती है- डॉ गीता जैन*

धार्मिक आयोजनों में महिलाओं की भागीदारी समाज में संस्कार, संवेदना और एकजुटता को मजबूत करती है- डॉ गीता जैन*


नारनौलीय अग्रवाल महिला संघ द्वारा आज एक्जीविशन रोड, पटना के लव-कुश टावर स्थित आध्यात्मिक सत्संग समिति हाल में भव्य सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन दोपहर तीन बजे से किया गया। इस अवसर पर गणेश वंदना एवं अग्रसेन महाराज की वमदना करते हुए सौ से अधिक महिलाओं ने श्रद्धा एवं उल्लास के साथ सामूहिक रूप से सुंदरकांड का पाठ प्रारम्भ किया। कार्यक्रम में रामभक्ति का अद्भुत वातावरण बना और पूरा हाल “श्रीराम जय राम जय जय राम” की जयघोष से गूँज उठा। कार्यक्रम के दौरान सामूहिक स्वर में यह सुंदर चौपाई गाई गई, जिसने वातावरण को भाव-विभोर कर दिया:
"संकट मोचन नाम तिहारो।
जपत महा सुख होई उबारो।।"
"जामवंत के बचन सुहाए। सुनि हनुमंत हृदय अति भाए॥'
इससे पूर्व कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन करते हुए प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. गीता जैन ने कहा कि “धार्मिक आयोजनों में महिलाओं की भागीदारी समाज में संस्कार, संवेदना और एकजुटता को मजबूत करती है।"
 गीता जैन ने आगे कहा कि 
सुन्दरकाण्ड पढ़ते ही हनुमत कृपा से, जीवन हो जाता है आलोकित।” मुख्य अतिथि के रूप में ‘ब्लडमैन’ के नाम से विख्यात श्री मुकेश हिसारिया उपस्थित रहे, जिन्होंने समाज में सेवा-भाव और सहयोग की आवश्यकता पर अपने प्रेरक विचार व्यक्त किए। हिसारिया ने सामूहिक सत्संग को समाज में एकता और सकारात्मक ऊर्जा का माध्यम बताया। मौके पर संयोजक विकास अग्रवाल ने कहा कि “ऐसे आध्यात्मिक आयोजन हमें अपने संस्कारों और मूल्यों से जोड़ते हैं।सामूहिक रूप से प्रभु का स्मरण करने से मन में शांति और ऊर्जा का संचार होता है। समाज में प्रेम और एकता को बढ़ाने के लिए ऐसे आयोजन समय-समय पर होते रहना चाहिए।” इस सामूहिक सुन्दरकाण्ड पाठ को सफल बनाने में संघ की अध्यक्ष श्रीमती रेणु अग्रवाल, सचिव श्रीमती नीलम अग्रवाल, कोषाध्यक्ष सविता अग्रवाल उपाध्यक्ष रीना अग्रवाल, ममता अग्रवाल , पूर्णिमा अग्रवाल , मंजु अग्रवाल, संध्या अग्रवाल, रुपाली अग्रवाल, अंजनी अग्रवाल एवं संघ की पदाधिकारी एवं सदस्याओं ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम का समापन हनुमान चालीसा, आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ।

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