एक माह के कार्तिक स्नान के उपरांत श्रद्धालु महिलाओं ने उपासना की पूर्णाहुति पर कंगन घाट किनारे सामूहिक रूप से लिट्टी-चोखा का सेवन किया
पटना सिटी।एक माह के कार्तिक स्नान के उपरांत श्रद्धालु महिलाओं ने उपासना की पूर्णाहुति पर कंगन घाट किनारे सामूहिक रूप से लिट्टी-चोखा का सेवन किया। यह आयोजन कार्तिक माह के बीत जाने पर मार्गशीर्ष कृष्ण पंचमी की पूर्व संध्या पर आयोजित हुई। इसके पूर्व श्रद्धालुओं ने मार्गशीर्ष कृष्ण तृतीया को भवसागर के प्रतीकात्मक रूप पार करने के लिए गंगा पार कर दूसरे तट पर पूजा की। इस अवसर पर सीता माता की अशोक वाटिका में रक्षिका रही त्रिजटा की भी पूजा की गई। वैसे सुदीर्घ काल से बक्सर में बामन भगवान की आराधना उपरांत लिट्टी-चोखा खाने की परंपरा रही है।
इस अवसर पर श्रद्धालु में प्रमुख रूप से गीता पांडेय,शकुन्तला देवी, मनोरमा देवी ,प्रतिमा पांडेय , बबीता देवी ,विद्या देवी ,सुभद्रा देवी ,हीरामणि देवी, प्रभावती देवी ,कुमकुम देवी ,सोना देवी आदि उपस्थित रहीं।
गंगा सेवादल समन्वय समिति के संस्थापक सचिव राजेश शुक्ला टिल्लू ,संरक्षक विजय कुमार सिंह ,भोला कु०साह तथा सदस्य राजीव राय,राकेश कुमार यादव, रंजीत राय ,विनोद कुमार, विनय कुमार आदि भी मौके पर मौजूद थे।
0 Response to "एक माह के कार्तिक स्नान के उपरांत श्रद्धालु महिलाओं ने उपासना की पूर्णाहुति पर कंगन घाट किनारे सामूहिक रूप से लिट्टी-चोखा का सेवन किया"
एक टिप्पणी भेजें