
बेरोजगारी चरम पर है, भूखमरी से लोग सामूहिक आत्महत्या करने पर है मजबूर : नागमणि
पटना : शोषित इंकलाब पार्टी द्वारा विशाल धरना प्रदर्शन में विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर लगे नारे. बिहार में बेरोजगारी चरम पर है, भूखमरी से लोग सामूहिक आत्महत्या करने पर है मजबूर विधि व्यवस्था शुन्य हो चुका है। अपराधी जिसको चाहे उसकी खुलेआम हत्या कर रहा है। बिहार में नीतीश कुमार से अपराधियों में भय समाप्त हो चुका है। बिहार का बड़ा अस्पताल पी० एम० सी० एच० एवं आई० जी० आई० एम० एस० का हाल बद से बदतर है। शहर एवं गाँव की गलियों की हालत नरक है। शिक्षा व्यवस्था चौपट है, फिर भी ये तीनों दल जातीय जनगणना के नाम पर बिहार की गरीब जनता के माथे पर अनावश्यक वित्तीय बोझ डालने जा रही है। हमारी पार्टी का कहना है कि जो दल जातीय जनगणना के पक्ष में हैं उस दल से जातीय जनगणना का खर्चा लिया जाय और जातीय जनगणना से पहले पिछड़ों का आरक्षण 27 प्रतिशत से बढ़ाकर 52 प्रतिशत किया जाय। हमारी पार्टी इस मुद्दे को पूरे बिहार, झारखण्ड और देश स्तर पर ले जाने का काम करेगी और बिहार एवं देश में एक धारदार आन्दोलन का शक्ल देगी। धरना स्थल पर मुख्य रूप से पार्टी के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय मंत्री नागमणि, मुमताज अली (झारखंड), बीरभद्र यशराज, इशतियाक अहमद, रंजीत कुमार झा, मनोरंजन कुशवाहा, राकेश मंडल, विनय कुमार कुशवाहा, रामलखन स्वर्णकार, राणा सिंह, अरबिन्द कुमार दांगी, एन० पी० सिंह दांगी, शुभम सिन्हा, नीरज पाण्डेय, राजु भट्ट, अशोक कुमार यादव, धर्मेन्द्र कुमार सागर, अरूण ठाकुर, रामनन्दन दांगी, मोहम्मद नदीम सहित सैकड़ों लोग धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।
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