जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा जिला निबंधन कार्यालय का नियमित निरीक्षण किया गया
जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह द्वारा जिला निबंधन कार्यालय का नियमित निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि कार्यालय में कर्मियों की काफी कमी है तथा कर्मियों पर कार्य के दबाव के कारण कार्य की गुणवत्ता भी प्रभावित होती हैं। निबंधन कार्यालय में लिपिक का कुल 92 पद सृजित हैं जिसमें से 13 कर्मी ही कार्यरत हैं । शेष 79 पद रिक्त हैं। जिलाधिकारी द्वारा लिपिक के पदस्थापन हेतु विभाग से अनुरोध करने का निर्देश दिया गया। सरकारी प्रावधान के अनुसार पैतृक संपत्ति का आपसी सहमति से मात्र ₹100 में बंटवारा कराया जा सकता है। इसके लिए मात्र ₹50 का मुद्रांक एवं ₹50 का निबंधन शुल्क की जरूरत होती है। जिलाधिकारी द्वारा सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना का जनहित में व्यापक प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया गया। इस क्रम में सभी निबंधन कार्यालय में इस योजना से संबंधित होर्डिंग- फ्लेक्स लगाने का निर्देश दिया गया ताकि अधिकाधिक लोगों को इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा राजस्व प्राप्ति की स्थिति की भी समीक्षा की गई तथा संतोष प्रकट किया गया। जांच के क्रम में पाया गया कि अप्रैल 2021 से नवंबर 2021 तक कार्यालय द्वारा 241 करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध 228.55 करोड़ की राजस्व प्राप्ति अर्थात 94.76% उपलब्धि हासिल की गई है। वहीं पर दिसंबर माह के 36.54 करोड़ के लक्ष्य के विरुद्ध 17 दिसंबर तक 30.07 करोड़ अर्थात82.29% राजस्व प्राप्ति की गई है। दूसरी ओर जिला स्तर पर अप्रैल 2021 से नवंबर 2021 तक 580.33 करोड़ लक्ष्य के विरुद्ध 587.33 करोड़ अर्थात 101.21% की उपलब्धि हासिल हुई है। जिलाधिकारी द्वारा राजस्व प्राप्ति के प्रति संतोष व्यक्त किया गया। जिला अंतर्गत सभी निबंधन कार्यालय के अप्रैल 2021 से नवंबर 2021 तक राजस्व प्राप्ति की स्थिति निम्नवत है-
-पटना सदर का लक्ष्य 241 करोड़ के विरुद्ध 228 करोड़ की उपलब्धि, 94.76%
- पटना सिटी का लक्ष्य 67.39 करोड़ के विरुद्ध 68.52 की उपलब्धि रही जो 101.68 % है।
- दानापुर का लक्ष्य 120.57 करोड़ के विरुद्ध 127.25 करोड़ की उपलब्धि रही जो 105.54% है।
- बाढ़ का लक्ष्य 16.26 करोड़ के विरुद्ध 15.46 करोड़ की उपलब्धि रही जो 95.08% है।
- विक्रम का लक्ष्य 31.75 करोड़ के विरुद्ध उपलब्धि 38.09 करोड़ की रही जो 119.97% है।
- मसौढ़ी का लक्ष्य 22.0 एक करोड़ के विरुद्ध उपलब्धि 23.4 3 करोड़ की रही जो 106.45% है।
- फुलवारीशरीफ का लक्ष्य 81.17 करोड़ के विरुद्ध उपलब्धि 86.03 करोड़ की रही जो 105.99% है।
निरीक्षण के दौरान अवगत कराया गया कि शहरी एवं इसके परिधीय क्षेत्र में शत प्रतिशत स्थल निरीक्षण के उपरांत ही निबंधन की प्रक्रिया हो रही है ताकि कोई गलत निबंधन ना करा सके। इसके लिए कार्यालय के कर्मियों द्वारा नियमित रूप से प्रतिदिन निरीक्षण का कार्य किए जाते हैं। जिलाधिकारी ने कर्मियों द्वारा किये गये स्थल निरीक्षण का सत्यापन पदाधिकारी स्तर से करने का निर्देश दिया गया। निबंधन कार्यालय में विवाह के निबंधन का कार्य भी सतत एवं सुचारू रूप से जारी है । इस क्रम में पाया गया कि विवाह निबंधन के लिए कार्यालय में इस वर्ष 944 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिलाधिकारी ने रक्षी पंजी संधारित करने का भी निर्देश दिया। निबंधन कार्यालय के लिए पुराने अभिलेखागार को कार्यालय परिसर में ही स्थानांतरित किया जाना है इसके लिए 1860sq ft की भूमि उपलब्ध है जबकि 9000 sq ft की जरूरत है। जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता राजस्व को अपेक्षित कार्रवाई कर परिसर में अभिलेखागार हेतु भवन निर्माण की कार्रवाई शीघ्र कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान प्रभारी पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा श्री सुभाष नारायण जिला निबंधन पदाधिकारी श्री धनंजय कुमार राव जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री प्रमोद कुमार सहित कार्यालय के कर्मीगण मौजूद थे।
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