सत्ता में उचित भागीदारी एवं जातीय जनगणना के लिए आंदोलन तेज करेगा नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस
*सत्ता में उचित भागीदारी एवं जातीय जनगणना के लिए आंदोलन तेज करेगा नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस*
पटना सिटी, 26 अक्टूबर 2021ः नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस मोमिन समुदाय एवं अन्य पिछड़ी जातियों की आबादी के अनुपात में सत्ता में उचित भागीदारी तथा जातीय जनगणना के लिए आंदोलन तेज करेगा। इसके लिए दिसम्बर में न केवल पटना में एक बड़ी सभा की जायेगी बल्कि देश भर में अंसारियांे एवं ओबीसी समुदाय के बीच व्यपाक जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
*उक्त बातें राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डा. शकील उज जमा अंसारी* ने आज पटना के आलम गंज स्थित जश्न पैलेस नुरानी बाग में आयोजित क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस के अध्यक्षीय भाषण में कहीं।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने से इंकार कर दिया है लेकिन मामला सुप्रीम कोर्ट में अभी लंबित है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना कराने के लिए केन्द्र सरकार पर जोर डालने के लिए आंदोलन तेज किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के अभाव में कल्याण योजनाओं का लाभ सही लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में मोमिन समुदाय की कुरबानियों को भुलाया नहीं जा सकता। इसी समुदाय ने मोहम्मद अली जिन्नाह के द्विराष्ट्रीय सिद्धांत का विरोध किया। यही कारण है कि एक तरफ जहां अंग्रेजों ने अंसारी समुदाय के बुनकर पेशा को तहस- नहस करने की ठान ली बुनकरों पर न सिर्फ कोड़े बरसाए बल्कि उनके अंगूठों को भी काटा।
डा. जमां ने कहा कि विगत दो तीन दहाइयों में हम खुद ही अपने इतिहास के बेपरवाह हो गये हैं। उन्होंने कहा कि कमजोर नेतृत्व के कारण आज अंसारी समुदाय की यह दुर्गती है कि सत्ता में इस समुदाय का प्रतिनिधित्व नगण्य है। उन्होंने कहा कि अब हम लोगों ने रणनीति तैयार कर ली है जिसके तहत सत्ता में हिस्सेदारी के लिए बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन तेज किया जायेगा।
आज यहां आयोजित ‘मोमिन लीडर्स कॉन्फ्रेंस’ रखा गया है, जिसमें अंसारी बिरादरी व ओबीसी मुस्लमानों की शैक्षणिक आर्थिक राजनैतिक व सामाजिक स्थिति पर चर्चा की गई। जिसमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड के अलावा बिहार के विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस के सम्मेलन को संबोधित करने वालों में नईम अंसारी, शकील अहमद अंसारी, शमशेर राही अंसारी, डा. रहीम अंसारी, प्रोत्र अब्दुल वाहिद अंसारी आदि के नाम उल्लेखनीय हैं। इस सम्मेलन में भाग लेने वालों में अब्दुस्सलाम, हाजी अशरफ अली, समीजुद्दीन अंसारी, डा. मो. शराफल हुसैन अंसारी आदि प्रमुख हैं।
स्वागत भाषण तथा संचालन नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस के पटना प्रभारी शहजाद अनवर अंसार ने दिया जबकि धन्यवाद ज्ञापन नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर प्रवक्ता नदीम अख्तर अंसारी ने किया।
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