
अल्पसंख्यक समाज का हकमारी करके आपको क्या मिला- इंजीनीयर मो0 इस्तेयाक अहमद
*अल्पसंख्यक समाज का हकमारी करके आपको क्या मिला- इंजीनीयर मो0 इस्तेयाक अहमद*
पटना - इंजीनीयर मो0 इस्तेयाक अहमद ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज का हकमारी करके आपको क्या मिला, 100 सीट को महागठबंधन के नाम पर सीट गिफ्ट में दे दिया, अल्पसंख्यक समाज को बलि का बकरा क्यों बनाया गया, क्या मजबूरी है, यह मजबूरी किसने पैदा किया, अल्पसंख्यक समाज को बलि का बकरा बनाने के लिए, यही सीट अगर आपने लोगों को अपने राष्ट्रीय जनता दल लोगों को अगर आप दे देते, जोश दुगना हो जाता, कहीं ना कहीं जोश को आपने कम किया है, क्यों किया इसका जिम्मेदार कौन है, इंजीनीयर मो0 इस्तेयाक अहमद ने कहा कि मैं अपने पार्टी से सवाल पूछता हूं, आप डायरेक्ट क्यों नहीं बोल देते हैं ,आपकी समाज की राष्ट्रीय जनता दल को जरूरत नहीं है, आप अपना रास्ता देखिए, जैसे भाजपा बोलती है ? आप भी बोल दीजिए , क्यों भ्रमित करते रहते हैं, इस ईमानदार वोटर का आप लोगों ने मिलकर के जनाजा निकाल दिया, इसका जवाब कौन देगा ,जिस तरह से अल्पसंख्यक समाज का शोषण किया है ,बहुत गलत किया है ,आप लोगों ने जहां-जहां अल्पसंख्यक का मजबूत वोटर था वह सब सीटें महागठबंधन को दे दिया ? बहुत चतुराई के साथ बहुत गलत काम किया है, आप लोगों ने जिस पर आप भरोसा कर रहे हैं , इलेक्शन के बाद उल्टा एना दिखाकर आपको निकल जाएगा ? अभी भी समय है चिंतन मंथन कीजिए सेकंड चरण और थर्ड चरण में इस समाज के बारे में सोचिए? लोगों में आक्रोश है। आक्रोश क्यों है ? है जवाब आपके पास ? आक्रोश को आप कैसे कम करेंगे ? राष्ट्रीय जनता दल में अल्पसंख्यक के जितने नेता हैं, सबको बोना बनाने का काम कर दिया है ? चाहे वह सीमांचल के लोग ! चाहे मिथिलांचल के लोग ! चाहे पूर्वांचल के लोग हो !चाहे मगध के लोग हो !चाहे शाहाबाद के लोग ? सारे नेताओं को आपने बोना करने का काम किया है। आखिर क्यों सीमांचल से आने वाले पूर्व एमपी सरफराज साहेब जिनके पिताजी का उस इलाके में काफी प्रभाव है। आज वह पटना में बैठे हुए हैं। बैठे हुए हैं 10 नंबर से तेजस्वी जी फोन करेंगे । और हम लोगों से बैठ कर बात करेंगे। उस इलाके में किसको टिकट दिया जाए। मैं पार्टी हित में ही आवाज उठा रहा हूं। बुरे वक्त में हम लोगों ने पार्टी को सिचा है। इसलिए पार्टी में रहकर के ही आवाज उठाऊंगा। क्यों नहीं उठाओ? मेरा हक है संघर्ष किया है ? मजबूत किया है ! मेरे समाज को टिकट देना होगा ! क्यों नहीं दीजिएगा! क्यों मेरे साथ शोषण कीजिएगा ! किसने आपको हक दिया है! मैंने आपका क्या बिगाड़ा है! आप मेरी वजह से सत्ता में आए थे? आपने सत्ता भोगा, बुरे समय में आपके साथ हम खड़े रहे ? आज हम लोग को बाहर का दरवाजा क्यों दिखाइएगा? किसके इशारे पर दिखा रहे हैं ? छोड़ दीजिए सामाजिक न्याय की बात करना? क्यों सामाजिक न्याय की बात करते हैं ?क्यों बोलते हैं! जिसकी जितनी आबादी उतनी ही मिलेगी भागीदारी, आज क्यों भाग रहे हैं , जवाब देना होगा सवाल पूछने के लिए लोग तैयार हैं ।सबको जवाब देना होगा । आवाज दो हम एक हैं। हम एक हैं ।हम एक हैं । हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब है आपस में भाई भाई । आवाज दो हम एक हैं ।बिहार की आवाज इंजीनीयर मो0 इस्तेयाक अहमद पटना बिहार
Thank you
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