
अंतराष्ट्रीय प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक दिवस पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन
अंतराष्ट्रीय प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक दिवस पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन
पटना : अंतराष्ट्रीय प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक दिवस के शुभ अवसर पर एक दिवसीय सेमिनार का सफल आयोजन स्थानीय होटल मौर्य में किया गया जिसमें देश भर के प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। सेमिनार का आयोजन ऑर्थोटिक एवं प्रोस्थेटिक प्रोफेशनल एसोसिएशन फॉर हेल्थ एंड रिहैबिलिटेशन, (ओपहार बिहार) के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. युगल किशोर, अध्यक्ष ओपहार एवं मुख्य आयोजनकर्ता डॉक्टर शशि कुमार थे। इनके अतिरिक्त डॉक्टर सुशील कुमार महासचिव-ओपहार (प्रोग्राम कोआर्डिनेटर), डॉ. अजय कुमार (उपाध्यक्ष) मीडिया प्रभारी, डॉक्टर दीपेश कुमार-कोषाध्यक्ष (वित्तीय सलाहकार), डॉ. मुकेश कुमार (कार्यक्रम प्रबंधक) आदि लोग भी आयोजन मंडली के मुख्य अंग के रूप में भूमिका निभाई। इस अवसर पर बिहार के राज्य निशक्तता आयुक्त, विजय प्रकाश मीणा (भा. प्र. से.) ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन करके किया। उद्घाटन समारोह में दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय की ओर से एक पर्यवेक्षक मंडली भी उपस्थित रही। एलएनजेपी पटना के निदेशक डॉ. सुभाष चंद्र विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । यह दिवस स्वास्थ्य एवं पुनर्वास सेवाओं में प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक विशेषज्ञों के प्रख्यात योगदान को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जन जागृति कार्यक्रम के रूप में मनाया गया। प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक एक विशिष्ट चिकित्सा पद्धति है, जिसमें कृत्रिम अंगों एवं सहायक यांत्रिक उपकरणों (जैसे ब्रेस/स्प्लिंट/ऑर्थोसिस के उचित परामर्श, संरचना का निर्धारण निर्माण, सही उपयोग, इससे संबंधित कठिनाइयों के निदान एवं सतत अवलोकन द्वारा मरीजों एवं निशक्तजनों को समुचित लाभ पहुंचाया जाता है। वर्तमान में अपरिहर कारण एवं विभिन्न रोगों के फल स्वरुप होने वाले अंग विच्छेद, जन्मजात विकृति मांसपेशियों एवं अस्थियों की विकृति, न्यूरोपैथिक फुट जॉइंट, पोलियो ग्रस्त, लकवा ग्रस्त, फ्रैक्चर, स्पाइनल डिफॉरमेटी इत्यादि के कारण होने वाली अस्थाई निशक्तता के निवारण एवं स्थाई निशक्तता के प्रबंधन में प्रॉस्टैटिस्ट एवं ऑर्थोटिस्ट महत्वपूर्ण योगदान करते हैं। इस प्रकार मरीजों एवं निशक्तजनों के निरंतर लाभ सहित दैनिक क्रियाकलापों के लिए स्वावलंबी एवं जीवन शैली को शहर सुलभ बनाने प्रॉस्टैटिस्ट एवं ऑर्थोटिस्ट विशेषज्ञों के योगदान असीमित है। इस अवसर पर उपस्थित विशेषज्ञों एवं जनहित में एक वैज्ञानिक सत्र का भी आयोजन किया गया। डॉ. युगल किशोर (अध्यक्ष, ओपहार बिहार) ने प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक के इतिहास एवं विकास, डॉ. कोमल कुमारी (सह-कोषाध्यक्ष,ओपहार बिहार) ने अंतर्राष्ट्रीय प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. जय प्रकाश (उपाध्यक्ष ओपहार बिहार) ने मरीजों एवं निशक्तजनों के इलाज एवं प्रबंधन में प्रोस्थेटिक्स एवं ऑर्थोटिक विशेषज्ञों की भूमिका पर प्रकाश डाला वहीं डॉ. सुरजीत कुमार साहू (वरिष्ठ प्रॉस्टैटिस्ट एवं ऑर्थोटिस्ट, एम्स पटना) ने प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक में उचित मूल्यांकन एवं हस्तक्षेप को महत्वपूर्ण बताया। डॉ. अचिंत्य प्रकाश, प्रोस्थेटिक्स एवं ऑर्थोटिक विशेषज्ञ, आइ. जी. आइ. एम. एस. पटना (सचिव, ओपहार बिहार) ने स्वास्थ्य सेवाओं एवं समाज में प्रोस्थेटिक्स एवं ऑर्थोटिक के क्षेत्र में बाधाए एवं चुनौतियो पर विशेष रूप से प्रकाश डाला।
0 Response to "अंतराष्ट्रीय प्रोस्थेटिक एवं ऑर्थोटिक दिवस पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन"
एक टिप्पणी भेजें